SHRADHANJALI
(Mahavir Prasad Agarwal)
वे कहते थे, मोज करो मेहनत करो
जीवन में हमेशा खुश रहो, आगे बडो
ज़िंदगी जैसी भी है, वो दोबारा मिलती नही
शिकवे कितने भी हो, पर हस्ते रहना यही
उन्होने पुराने रीति रिवाज़ को हटाया
और पूरे परिवार के साथ समय बिताया
जीवन भर संग्राम किया, कभी हस्कर कभी रोकर
जगह जगह व्यापार फेलाया, कभी पाकर कभी खोकर
कॅमरा, आईपाद लॅपटॉप आसानी से सीख लिया
युवा से बेहतर फ़ेसबुक का उपयोग किया
कुछ नया सीखने में दिलचस्पी लेते
हमेशा सभी को प्रेरणा और बड़ावा देते
ज़िंदगी के हर पल को जोश और उत्साह से जिया
आँखों में प्यार भरके, विदेश का अनुभव किया
अपनो के ज्नम दिन और सालगिरा कभी ना भूलते
हमेशा दूसरो की प्रशंसा करके, खुशी से झूलते
मेहमान दारी में कभी छोड़ते ना कोई कसर
उनके महान व्यक्तित्वा का हमेशा रहेगा असर
जवान दिल पर कभी ना कोई बाधा डाला उमर ने
बदलते समय में मेल बिठाते आसानी से
उनका दयालु स्वाभाव और स्नेही मुस्कुराहट हमेशा रहेगी याद
हमारे दिल में उनकी उत्साह की आग ज़िंदा है, जाने के बाद
अक्सर कहते माफ़ करो और भूल जाओ और कविता भी लिखते
दूसरो की मदात और सच्चे दिल से चिंता करते दिखते
सारथिक जीवन बिताने वाले, नेक इंसान थे
जो सभी के लिए अनुकरणीय व्यक्ति और पिता समान थे
उनके आदर्श और प्रेरणा से हम जीवन में सफलता पाएँगे
हमेशा हेस्ट रहने वाले की शानदार छवि कभी ना भूल पाएँगे
(Mahavir Prasad Agarwal)
वे कहते थे, मोज करो मेहनत करो
जीवन में हमेशा खुश रहो, आगे बडो
ज़िंदगी जैसी भी है, वो दोबारा मिलती नही
शिकवे कितने भी हो, पर हस्ते रहना यही
उन्होने पुराने रीति रिवाज़ को हटाया
और पूरे परिवार के साथ समय बिताया
जीवन भर संग्राम किया, कभी हस्कर कभी रोकर
जगह जगह व्यापार फेलाया, कभी पाकर कभी खोकर
कॅमरा, आईपाद लॅपटॉप आसानी से सीख लिया
युवा से बेहतर फ़ेसबुक का उपयोग किया
कुछ नया सीखने में दिलचस्पी लेते
हमेशा सभी को प्रेरणा और बड़ावा देते
ज़िंदगी के हर पल को जोश और उत्साह से जिया
आँखों में प्यार भरके, विदेश का अनुभव किया
अपनो के ज्नम दिन और सालगिरा कभी ना भूलते
हमेशा दूसरो की प्रशंसा करके, खुशी से झूलते
मेहमान दारी में कभी छोड़ते ना कोई कसर
उनके महान व्यक्तित्वा का हमेशा रहेगा असर
जवान दिल पर कभी ना कोई बाधा डाला उमर ने
बदलते समय में मेल बिठाते आसानी से
उनका दयालु स्वाभाव और स्नेही मुस्कुराहट हमेशा रहेगी याद
हमारे दिल में उनकी उत्साह की आग ज़िंदा है, जाने के बाद
अक्सर कहते माफ़ करो और भूल जाओ और कविता भी लिखते
दूसरो की मदात और सच्चे दिल से चिंता करते दिखते
सारथिक जीवन बिताने वाले, नेक इंसान थे
जो सभी के लिए अनुकरणीय व्यक्ति और पिता समान थे
उनके आदर्श और प्रेरणा से हम जीवन में सफलता पाएँगे
हमेशा हेस्ट रहने वाले की शानदार छवि कभी ना भूल पाएँगे
Ve
kehte the, moj karo mehnat karo
Jeevan
mein hamesha khush raho, aage bado
Zindagi
jaisi bhi hai, vo dobara milti nahi
Shikve
kitne bhi ho, par haste rehna yahi
Unhone
purane reeti rivaaz ko hataya
Aur
pure parivaar ke saath samay bitaya
Jeevan
bhar sangram kiya, kabhi haskar kabhi rokar
Jagah
jagah vyapaar phelaya, kabhi pakar kabhi khokar
Camera,
ipad aur laptop aasani se seekh liya
Yuva
se behtar facebook ka upyog kiya
Kuch
naya seekhne mein dilchaspi lete
Hamesha
sabhi ko prerna aur badava dete
Zindagi
ke har pal ko josh aur utsah se jiya
Aankhon
mein pyaar bharke, videsh ka anubhav kiya
Apno
ke janamdin aur saalgira kabhi na bhulte
Hamesha
dusro ki prashansa karke, khushi se jhulte
Mehmaan
dari mein kabhi chodte na koi kasar
Unke
mahaan vyaktitva ka hamesha rahega asar
Javaan
dil par kabhi na koi badha daala umar ne
Badalte
samay mein mel bithate aasani se
Unka
dayalu svabhaav aur snehi muskurahat hamesha rahegi yaad
Hamare
dil mein unki utsah ki aag zinda hai, jaane ke baad
Aksar
kehte maaf karo aur bhool jaao aur kavita bhi likhte
Dusro
ki madat aur sachche dil se chinta karte dikhte
Saarthik
jeevan bitane vale, nek insaan the
Jo
sabhi ke liye anukarneeya vyakti aur pita samaan the
Unke
adarsh aur prerna se hum jeevan mein safalta payenge
Hamesha
haste rehne vale ki shandaar chavi kabhi na bhool payenge
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